साँची में पहुँचते ही मन विशाल स्तूप और वास्तुकला को देख कर मंत्रमुग्ध हो जाता है। चारों द्वारों में उत्कीर्ण कलाकृति का उससे जुडी कथाओं के साथ अध्ययन करने पर यात्रा सफल हो जाती है।