Monday, 17 October 2016

साँची

साँची में पहुँचते ही मन विशाल स्तूप और वास्तुकला को देख कर मंत्रमुग्ध हो जाता है। चारों द्वारों में उत्कीर्ण कलाकृति का उससे जुडी कथाओं के साथ अध्ययन करने पर यात्रा सफल हो जाती है।